हरियाणा, एनसीआर दिल्ली और विशेषकर जिला महेंद्रगढ़ में मौसम परिवर्तन शील परन्तु शुष्क बना हुआ है। मानसून की विदाई तकरीबन तय हों चुकी है उल्टी गिनती शुरू हरियाणा एनसीआर दिल्ली से जल्द मानसून रूखसत हों जाएगा। इस साल हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मानसून सामान्य के आसपास मिला जुला रहा कुछ जिलों में सामान्य से नीचे तों कुछ जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई तो कुछ जिलों में सामान्य बारिश हुई सम्पूर्ण हरियाणा में इस साल मानसून सीजन में कुल 409.4 मिलीमीटर मानसून बारिश हुई जबकि इस दौरान हरियाणा में 430.11 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है जो सामान्य से 5.0 % कम हुई है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में 1 जून से 29 सितम्बर तक जिला महेंद्रगढ़ में 562.6 मिलीमिटर बारिश दर्ज हुई है जबकि इस दौरान जिला में 394.4 मिलीमिटर औसत सामान्य बारिश होती है जो सामान्य से 43.0% अधिक दर्ज हुई है यानी जिला में सामान्य से अधिक तकरीबन दुगनी बारिश हुई । इस साल जिला महेंद्रगढ़ पर मानसून मेहरबान बना रहा है । मानसून अपने निर्धारित समय से पहले धमाकेदार एंट्री के बाद जुलाई महीने में कमजोर बना रहा, जबकि अगस्त महीने में और अब सितम्बर महीने के पहले पखवाड़े में लगातार मानसून की सक्रियता जिला महेंद्रगढ़ पर बनीं रहीं। अगर बात करें सितम्बर महीने में 1 सितम्बर से 29 सितम्बर तक जिला महेंद्रगढ़ में कुल 69.6 मिलीमिटर बारिश दर्ज हुई है जबकि इस दौरान जिला रेवाड़ी में सामान्य बारिश 55.5 मिलीमीटर बारिश होती है जो सामान्य से 25.0% ज्यादा दर्ज हुई है।
इस साल मानसून में सक्रियता के पिछे बंगाल की खाड़ी में लगातार बन रहे लो प्रेशर एरिया और साथ ही साथ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर लगातार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहें हैं, जिसकी वजह से मानसून में तारतम्यता बनीं हुईं हैं। वर्तमान परिदृश्य में हरियाणा, एनसीआर दिल्ली पर मानसून सक्रियता में कमी आ गई है ।मानसून लगभग कमजोर पड़ गया है क्योंकि मानसून टर्फ रेखा अपनी सामान्य स्थिति से उत्तर में चलीं गईं हैं। साथ ही गुजरात और पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन बन गया, जिसका विस्तार धीरे-धीरे बढ़ रहा है। मानसून विदाई रेखा हरियाणा के पश्चिमी जिला सिरसा तक पहुंच गई है।
अभी हरियाणा के सिरसा जिला से मानसून की विदाई हों चुकी है आने वाले सप्ताह में जल्द ही सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली से मानसून की विदाई हों जाएगी। आने वाले दिनों में सम्पूर्ण इलाके में धीरे-धीरे पश्चिमी हवाएं चलने से सम्पूर्ण इलाके से नमी को सोख लेगी और कुछ दिनों तक दिन के तापमान में बढ़ोतरी जबकि रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। आज जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का रात और दिन का तापमान क्रमश 24.0,32.0 डिग्री सेल्सियस और 22.7,33.1दर्ज किया गया। वर्तमान परिदृश्य मौसम के मुख्य विंदू मानसून की वापसी के लिए एक विपरीत चक्रवर्ती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान या पाकिस्तान पर बनना जरूरी होता है जो बन गया है। अब दो दिनों के अंदर ही मानसून फिर से वापसी शुरू कर सकता है।
अभी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दक्षिण पूर्वी राजस्थान, गुजरात के साथ-साथ भारत के पूर्वी तट पर बारिश की गतिविधियां अगले 24 घंटे तक जारी रहने की संभावना है। उसके बाद कम हो जाएगी पहाड़ों सहित दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान के अधिकांश जिलों सहित गुजरात के कच्छ का मौसम अब साफ हो जाएगा। मानसून की गणना समाप्त होने में केवल 24 घंटे बचे हैं। इस बार मानसून सामान्य से अधिक बना रह सकता है।
डॉ चन्द्र मोहन नोडल अधिकारी पर्यावरण क्लब राजकीय महाविद्यालय नारनौल